संजू संजय दत्त की बायोपिक नहीं है. Skip to main content

संजू संजय दत्त की बायोपिक नहीं है.

29 जुलाई अर्थात आज का दिन बॉलीवुड के अभिनेता संजय दत्त का जन्मदिवस है. 1959 में जन्मे इस अभिनेता की ज़िंदगी मे बहुत उतार चढाव आए है. संजू, संजय दत्त की बायोपिक कही जाती है. जिसमें संजय दत्त का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया था. परन्तु यह फिल्म संजय दत्त की बायोपिक नहीं कही जा सकती है. क्योंकि इस फिल्म में से संजय दत्त की जिंदगी से जुड़े कई महत्वपूर्ण किस्से और किरदार गायब है. कहते है कि संजय दत्त की कहानी 1500 पन्नों में लिखी गई है, उसमें से सिर्फ 500 पन्नों की कहानी में से ही संजू फिल्म बनी हुई है. बाकि 1000 पन्नों की कहानी को अनछुआ ही छोड़ दिया गया है. क्योंकि वो संजय दत्त के काले चरित्र के बारे में था. क्योंकि निर्देशक राजकुमार हिरानी ने खुद इस बात को स्वीकार किया था कि संजू फिल्म को उन्होंने संजय दत्त के जीवन के सकारात्मक पहलु को दिखाने और संजय दत्त के लिए भावनात्मक झुकाव बनाने का प्रयास किया है. आइए जानते है संजय दत्त के जीवन के कुछ अनदेखे पहलु के बारे में.

अंडरवर्ल्ड से रिश्ता
संजय दत्त का अंडरवर्ल्ड से काफी गहरा रिश्ता रहा है. परंतु इस फिल्म में केवल एक लोकल डॉन के बारे में ही दिखाया गया है. 1992 में आई फिल्म यलगार के शूटिंग के समय फिरोज खान ने संजय दत्त को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद से मिलवाया था. उसके बाद फिरोज खान ने तो दाऊद से दुरी बना लिया, परंतु संजय दत्त को अंडरवर्ल्ड से दोस्ती पसंद आ गई. इतनी ज्यादा पसंद आ गई कि वह अपनी फिल्म के को स्टार की शिकायत भी अंडरवर्ल्ड से करने लगे. उसके अलावा बॉलीवुड के फिल्मी सितारों और अंडरवर्ल्ड के बीच सुलह भी करवाने लगे. छोटा शकील और संजय दत्त के बातचीत का टेप आज भी यूट्यूब पर मौजूद है. अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम ने संजय दत्त को AK 56 राइफल पहुँचाया था. उसके बाद इन दोनों में गहरी दोस्ती हो गई थी. हालाँकि बाद में दोनों की यह दोस्ती दुश्मनी में बदल गई थी और अबू सालेम ने अपने शूटर्स को संजय दत्त को मारने के लिए भेजा था. तब संजय दत्त ने फिरोज खान के भाई संजय खान ने मदद माँगा और संजय खान ने बीच बचाव किया. संजय खान के बीच बचाव के बाद अबू सलेम ने अपने शूटर्स को वापस बुला लिया था. उसके बदले में संजय खान ने संजय दत्त से मोटी रकम लिया था.
संजू में यह भी दिखाया गया है कि संजय दत्त अपने परिवार की रक्षा के लिए AK 56 रखते है. परंतु संजय दत्त ने खुद इस बात को कबुल किया है कि उन्हें हथियार रखने का शौख था.

माधुरी दीक्षित से संबंध 
संजू फिल्म में संजय दत्त का 350 लड़कियों से संबंध था ऐसा दिखाया जाता है. परंतु संजय दत्त की जीवन में रहे महत्वपूर्ण लड़कियों के बारे में बताया ही नहीं गया है. जिनमें टीना मुनिम, ऋचा शर्मा, लिज़ा रे, रिहा पिल्लई माधुरी दीक्षित से रिश्ता रहा है. इनमें से ऋचा शर्मा संजय दत्त की पहली पत्नी थी, ऋचा शर्मा और संजय दत्त की ही बेटी त्रिशाला दत्त है जो अपने नाना नानी के पास रहती है. ऋचा को ब्रेन ट्यूमर हो गया था, उसी समय संजय दत्त और माधुरी दीक्षित के रिश्तों की खबर भी आग की तरह फैलने लगी. इन दोनों के रिश्तों का अंत तब आया, जब संजय दत्त को 1993 में जेल जाना पड़ा था. रिहा पिल्लई जो संजय दत्त की दूसरी पत्नी थी, उस से भी रिश्ता ज्यादा लम्बा नहीं चला. उसके बाद संजय दत्त का नाम रेखा से भी जुड़ चुका है. 

बाला साहेब ठाकरे से मदद
संजय दत्त पर जब बम धमाकों में शामिल होने का आरोप लगा, तब उनके पिता सुनील दत्त जो उस समय कांग्रेस के नेता थे, लगभग हर एक मंत्री के पास जाकर मदद मांग चुके थे. परंतु देशद्रोह का आरोप लगने की वजह से कोई उनकी मदद नहीं कर रहा था. तब सुनील दत्त के रिश्तेदार और अभिनेता राजेंद्र कुमार ने बाला साहेब ठाकरे से मदद मांगने को कहा. सुनील दत्त को यह बात पसंद नहीं आई, परंतु बेटे की खातिर वे यह भी करने को तैयार हो गए. राजेंद्र कुमार सुनील दत्त और संजय दत्त को लेकर बाला साहेब के यहाँ पहुँचे. वहाँ सुनील दत्त ने बाला साहेब को पूरी बात बताया और तब बाला साहेब ने कहा कि देखता हुँ मैं क्या कर सकता हुँ. उसके संजय दत्त को अलग कमरे में लेकर गए और संजय दत्त को बहुत डांटा था.
बाद में जब संजय दत्त का अंडरवर्ल्ड के साथ रिश्ते की खबर बहार आई तब बाला साहेब ने कहा था कि उसे फांसी पर लटका दो, मुझे उस से कोई मतलब नही है. 
 
अभिनेता से नेता तक
संजय दत्त राजनीती में आने का तय कर चुके थे. संजय दत्त को मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी ने टिकट दे भी दिया था. परंतु 1993 में बम ब्लास्ट केस में आरोपी होने के कारण अदालत ने संजय दत्त को चुनाव लड़ने नहीं दिया. वरना आज संजय दत्त भी नेता होते.
इसके अलावा संजय दत्त राहुल गाँधी के लिए चुनाव प्रचार भी कर चुके है.

संजय दत्त से जुडी अफवाहों के बारे में मैं बात नहीं कर रहा. अफवाह तो बहुत ज्यादा गंभीर आरोप लगा रहे है.
साथ ही साथ फिल्म में संजय दत्त के बॉलीवुड में रहे बहुत करीबी दोस्तों के बारे में भी कोई जिक्र नहीं है.
संजू में जितनी भी कहानी दिखाई गई हो, यह बात तो तय है कि एक लड़कीबाज ड्रग्स लेने वाला अंडरवर्ल्ड से सम्बन्ध रखने वाला और AK 56 जैसा खतरनाक हथियार रखने वाला हमारा आदर्श कभी नहीं बन सकता.

जय हिन्द
वन्देमातरम

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Comments

  1. Aj pta chala sanjay dutt samajwadi party ke neta hai...pehle nahi pta tha

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